पेरिस ओलम्पिक 2024 26 जुलाई से शुरू होने वाला है, भारतीय एथलीट्स को देखने के लिए हर कोई उत्साहित है, लेकिन आज हम उन 5 भारतीय एथलीट्स की बात करने वाले है, जो भारत के लिए नही बल्कि ओलम्पिक में दूसरे देशों के लिए खेलने वाले है, जिसमे पेरिस ओलंपिक खेल ने भारत का नाम किया ऊचा ।
नई दिल्ली: पेरिस ओलम्पिक में भारत सिर्फ भारतीय दल तक सीमित नहीं होगा बल्कि भारतीय मूल के कई खिलाड़ी दूसरे देशों के लिए अपना जलवा दिखाते हुए नजर आएंगे, आइए आपको बताते है भारतीय मूल के कुछ खिलाड़ियों के बारे में जो दूसरे देशों के लिए खेलते हुए नजर आयेंगे।
अमर धेसी (कुश्ती, कनाडा) ब्रिटिश कोलंबिया के सर्रे में जन्मे अमर वीर के पिता बलवीर धेसी खुद ग्रीको रोमन पहलवान रह चुके है, पंजाब के जालंधर के संगवाल गांव से निकले बलबीर को पंजाब पुलिस नौकरी भी मिल गई थी लेकिन बेहतर जिंदगी की तलाश में वह 1979 में कनाडा चले गए उन्होंने 1985 में सर्रे में युवाओं के लिए खालसा कुश्ती क्लब शुरू किया, अमर अपने पिता और बड़े भाई परमबीर के साथ कुश्ती खेलता था, उसने टोक्यो ओलम्पिक में पदार्पण करके पुरुषो के 125 किलो वर्ग में 13वां स्थान हासिल किया, उसने एक साल बाद पेन अमेरिकी चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल किया।
शान्ति परेरा (सिंगापुर, एथलेटिक्स) : सिंगापुर की फर्राटा क्वीन के नाम से मशहूर वेरोनिका शान्ति परेरा केरल की मूल निवासी है, उनके दादा-दादी त्रिवंतपुरम वेट्टूकाड के थे। उनके दादा को सिंगापुर में नौकरी मिली और उन्होंने भारत छोड़कर वह घर बसाया। पिछले साल परेरा ने एशियाई खेलों में महिलाओं को 100 मीटर दौड़ में रजत पदक जीता, सिंगापुर की वर्ष की सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी चुनी गई परेरा ओलम्पिक उद्घाटन समारोह में सिंगापुर के दो ध्वजा वाहको में से होंगी।
कनक झा (टेबल-टेनिस, अमेरिका) भारतीय मूल के एक और खिलाड़ी कनक झा अमेरिका के लिए खेलेंगे, झा की मां करुणा मुम्बई से और पिता अरुण कोलकाता और प्रयागराज से है, दोनो आईटी पेशेवर है, झा ने कैलिफोर्निया में भारतीय केंद्र से टेबल-टेनिस खेलना शुरू किया, झा की मां ने उन्हें हिंदी और जैन धर्म सीखने के लिए जैनशाला और हिंदशाला